सोलन में स्टांप की किल्लत

सोलन। जिला में छोटे स्टांप पेपरों की किल्लत के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सोलन में छोटे स्टांप पेपरों के लिए एक एजेंसी खोली गई है, बावजूद इसके एजेंसी में स्टांप पेपर लेने के लिए घंटों लाइनों में खडे़ रहना पड़ता है। अधिकांश लोगों को तो पहले दिन फार्म भरना पड़ रहा है तथा दूसरे दिन स्टांप मुहैया करवाए जा रहे हैं। समस्या को देखते हुए सोलन व्यापार मंडल ने भी मोर्चा खोलने का मन बना लिया है।
व्यापार मंडल के प्रधान कुशल जेठी और प्रवक्ता मुकेश गुप्ता ने कहा कि प्रशासन ने छोटे स्टांप पेपर एजेंसी को अलाट किए हैं, मगर एजेंसी शहर के बाहर खोली गई है। जिससे वहां जाने में करीब 20 से 50 रुपये खर्चा आ जाता है। इसके अतिरिक्त कुछ बैंकों को भी छोटे स्टांप देने के निर्देश जारी किए हैं मगर बैंक में जाने पर स्टांप मुहैया नहीं करवाए जा रहे। प्रशासन को शहर में करीब चार से पांच एजेंसियां खोलनी चाहिए। जिससे लोग परेशान न हो। यदि प्रशासन ने इस समस्या को जल्द न सुलझाया तो इस बारे में उपायुक्त सोलन व सरकार को ज्ञापन दिए जाएंगे। आजकल 05, 10, 20 और 50 रुपये के स्टांप की किल्लत चल रही है।

स्टांप विक्रेताओं के रोजगार पर पड़ा असर
जिला न्यायालय, जिलाधीश और तहसील कार्यालय के स्टांप विक्रेता लीला देवी, टेकचंद, नरेंद्र शर्मा, प्रेमचंद राठौर और सुखदेव सिंह ने कहा कि स्टांप पेपर बेचने के लिए एजेंसी को दिया गया है। इससे उनके रोजगार पर खासा असर पड़ा है। एजेंसी को बडे़ स्टांप बेचने की अनुमति देनी चाहिए तथा छोटे स्टांप उनके पास मुहैया करवाने चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्हें 50 हजार तक के स्टांप बेचने के लिए भी अनुमति मिलनी चाहिए।

बैंकों से भी ले सकते हैं स्टांप : उपायुक्त
इस बारे में उपायुक्त सोलन मीरा मोहंती ने कहा कि एजेंसी के अतिरिक्त छोटे स्टांप बैंकों से भी लिए जा सकते हैं। यदि कोई बैंक छोटे स्टांप देने से मना करता है तो इसकी लिखित शिकायत कार्यालय में दें।

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